RANCHI: राहुल गांधी ने झारखंड में आयोजित रैलियों में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी हर कीमत पर संविधान की रक्षा करेगी। उन्होंने बताया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का मकसद देश को जोड़ना था, जबकि आरएसएस और भाजपा की राजनीति विभाजन पैदा करती है। उन्होंने बांटने का आरोप लगाया। झारखंड की रैली में जब अजान की आवाज आई, तो राहुल गांधी ने अपना भाषण कुछ मिनटों के लिए रोक दिया, जिसका स्वागत सभा में किया गया। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों, खासकर नोटबंदी और जीएसटी को लेकर कहा कि इनसे गरीबों, किसानों और मजदूरों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर पूंजीपतियों का पक्ष लेने और विदेशों में उनके निवेश को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी संविधान को बचाने के लिए डटी रहेगी और भाजपा-आरएसएस को इसे कमजोर करने नहीं देगी। उन्होंने कहा, “संविधान हमें आगे बढ़ने और सम्मान से जीने का अधिकार देता है, और कोई ताकत इसे खत्म नहीं कर सकती।” उन्होंने नफरत को खत्म करने के लिए प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया और कहा कि इस देश को एकता के साथ आगे ले जाना जरूरी है।
धनबाद के बाघमारा में एक और रैली में राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना और आरक्षण के मुद्दे पर अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी पार्टी संसद में जातिगत जनगणना को पास करवा कर रहेगी और आरक्षण में 50% की सीमा को तोड़ेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासियों को 28%, दलितों को 12%, और पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण दिया जाएगा। राहुल ने आदिवासियों को उनके अधिकार दिलाने की बात करते हुए कहा कि भाजपा उन्हें वनवासी कहकर उनके अधिकारों को सीमित करना चाहती है, जबकि उनकी पार्टी जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों का पहला अधिकार मानती है।