
गिरिडीह में नए साल का जश्न: पिकनिक, पहाड़, और पुलिस का परफेक्ट प्लान!
गिरिडीह – झारखंड का वो हिस्सा जो नए साल पर सिर्फ जिले का नहीं, बल्कि बिहार, बंगाल, राजस्थान और गुजरात तक के सैलानियों के दिलों की धड़कन बन जाता है। जंगल, पहाड़ और झरनों के बीच यहां जो सुकून मिलता है, वो शायद ही कहीं और मिले।
उसरी फॉल का जादू:
जरा सोचिए, ऊंची-ऊंची चट्टानों के बीच से कल-कल करती पानी की धाराएं, जैसे किसी पुराने गीत की धुन पर नाच रही हों। यही है उसरी फॉल, गिरिडीह का सबसे खूबसूरत जलप्रपात। दूर से सुनाई देने वाली झरने की आवाज मानो सैलानियों को खींचकर बुला लेती है। यही वजह है कि भोजपुरी फिल्म ‘गंगाधाम’ समेत दर्जनों फिल्मों की शूटिंग यहीं हो चुकी है।
खंडोली का दमदार डैम:
अगर आपकी रुचि झरनों से हटकर डैम और विदेशी पक्षियों में है, तो खंडोली डैम आपका इंतजार कर रहा है। नौका विहार हो या शांत जल में पक्षियों का प्रवास देखना, खंडोली की हरियाली और पानी आपका दिल जीत लेगा।
नया साल, नई भीड़, और पुलिस की पैनी नजर:
अब सवाल ये है कि इतनी भीड़ संभलती कैसे है? नए साल के पहले दिन यहां पैर रखने की जगह नहीं बचती।
- पुलिस प्रशासन ने 35 पुलिस बल और 35 स्थानीय कार्यकर्ताओं को तैनात किया है।
- शराब पीकर हंगामा न हो, इसके लिए ब्रेथ एनालाइजर से जांच हो रही है।
- वाहन तेज चलाने वालों पर पैनी नजर और गोताखोरों की टीम हर वक्त तैयार।
- मेडिकल इमरजेंसी की भी पूरी व्यवस्था।
मंत्री जी का जायजा:
झारखंड के पर्यटन मंत्री और स्थानीय विधायक सुदिव्य कुमार सोनू खुद खंडोली और उसरी फॉल पहुंचे। साथ में गिरिडीह के एसपी डॉ. बिमल कुमार भी मौजूद थे। मंत्री जी ने मीडिया को बताया कि इस बार सुरक्षा और सुविधाओं में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है।
मंत्री और एसपी दोनों ने नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए लोगों से शांतिपूर्ण और सुरक्षित जश्न मनाने की अपील की।
तो गिरिडीह बुला रहा है!
नए साल की शुरुआत में अगर आपको प्रकृति के बीच, झरनों के पास, या पक्षियों की चहचहाहट में सुकून चाहिए, तो गिरिडीह आपका इंतजार कर रहा है।
बस याद रहे – जश्न में भी सुरक्षा का ख्याल रखना जरूरी है!