
परवेज़ आलम की रिपोर्ट …………
जेल में बंद कैदियों के लिए खुशखबरी ! झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन न्यू ईयर पर कैदियों के लिए बड़ा तोहफा देने की तैयारी में हैं। अब बंदियों को जेल की बोरिंग थाली से राहत मिलेगी, क्योंकि खाने में मांसाहारी और शाकाहारी दोनों के लिए खास बदलाव होने जा रहा है।
कैसा होगा नया मेन्यू?
अब तक जेल में कैदियों को हफ्ते में सिर्फ एक दिन मांसाहार का स्वाद चखने को मिलता था। लेकिन नए प्रस्ताव के मुताबिक, मांसाहारी कैदियों को हफ्ते में चार दिन स्पेशल ट्रीट मिलेगी। मांसाहारी बंदियों को 3 दिन 200 ग्राम चिकन, 1 दिन 2 अंडे शाकाहारी बंदियों को 3 दिन 100 ग्राम सोयाबीन बड़ी, 1 दिन पनीर की सब्जी और खीर तो पहले से मिल ही रही थी।
सीएम हेमंत सोरेन की जेल की यादें बनीं प्रेरणा।
यह कदम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल के अनुभवों से प्रेरित है। हेमंत सोरेन ने जेल में रहने के दौरान जेल की खान-पान व्यवस्था को करीब से देखा। कुछ बंदियों से भी फीडबैक लिया। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अधिकारियों से जेल में खानपान में सुधार को लेकर ठोस योजना बनाने संबंधित दिशा-निर्देश दिया था।
मटन की विदाई, चिकन का स्वागत!
अब कैदियों की थाली से मटन गायब होगा। वजह ? मटन की क्वालिटी पर कैदियों की शिकायतें। उसकी जगह अब चिकन और अंडा से भरपूर प्रोटीन का इंतजाम किया गया है।
प्रोटीन बढ़ेगा, सेहत सुधरेगी।
इस बदलाव का उद्देश्य सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि सेहत भी है। नए साल में कैदियों की थाली न सिर्फ स्वादिष्ट होगी, बल्कि हेल्दी भी। यह कदम जेल प्रशासन के 2012 के डायट चार्ट को अपग्रेड करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कैसे मिलेगा हरी झंडी ?
कारा महानिरीक्षक ने इस प्रस्ताव को विभागीय मंत्री हेमंत सोरेन के पास भेजा है। उनके अनुमोदन के बाद यह प्रस्ताव कैबिनेट में जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने पर इसे लागू किया जाएगा।
तो क्या कहें?
कैदियों के लिए यह बदलाव सिर्फ खाने की थाली तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके जीवन में एक सकारात्मक संदेश भी है। अब जेल में बंद बंदी सिर्फ सजा नहीं काटेंगे, बल्कि सेहतमंद जिंदगी की ओर भी कदम बढ़ाएंगे।