
परवेज़ आलम की रिपोर्ट ……….
गिरिडीह : गिरिडीह में 90 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम सह आउटरीच कैंपेन की शुरुआत हो चुकी है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से आज 17 दिसंबर सोमवार को एक जागरूकता रैली निकाली गई। यह रैली व्यवहार न्यायालय परिसर से निकलकर लोगों को बाल श्रम, बाल विवाह और स्पॉन्सरशिप योजनाओं जैसी अहम मुद्दों पर जागरूक करने के लिए आयोजित की गई।
सचिव सीमा कुमारी मिंज के नेतृत्व में निकली इस रैली में लोगों को बताया गया कि यह जागरूकता अभियान 17 दिसंबर 2024 से 16 मार्च 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों और पंचायतों में चलेगा। इस अभियान को पीएलवी (पैरा लीगल वॉलंटियर्स), बाल श्रम अधिकारी और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से घर-घर तक पहुंचाया जाएगा।
न्यायिक पदाधिकारियों की रही अहम उपस्थिति
इस कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय , कुटुंब न्यायालय धनंजय कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सौरभ कुमार गौतम और कई अन्य न्यायिक पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान सचिव महोदया ने बाल श्रम और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए जागरूकता फैलाने पर जोर दिया।
मीडिया से अपील: जन-जन तक पहुंचाएं जागरूकता का संदेश।
सचिव सीमा कुमारी मिंज ने सभी मीडिया साथियों से विशेष अपील की कि इस अभियान का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि आम लोगों तक योजनाओं और कानूनी अधिकारों की जानकारी पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए है।
कानूनी योद्धाओं की भागीदारी।
इस जागरूकता कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल के अधिवक्ता, विद्वान मध्यस्थ, पीएलवी दिलीप कुमार, अशोक कुमार वर्मा, कामेश्वर कुमार, शालिनी प्रिया, सुनील कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे। न्यायालय कर्मियों में राजेश कुमार, नवनीत कुमार दराद और ताबिश जहूर ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई।
“जागरूकता की यह रैली गिरिडीह जिले में सामाजिक बदलाव की नींव रखेगी। बाल श्रम और बाल विवाह जैसी समस्याओं के खिलाफ लोगों को एकजुट करने का यह अभियान समाज को मजबूत और जागरूक बनाने का संकल्प है।”