झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली भारी हार के बाद अब पार्टी हार के कारणों की तलाश में जुट गई है। इसके लिए 30 नवंबर और 1 दिसंबर को राज्य स्तर पर समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष शामिल होंगे। साथ ही, हारने वाले प्रत्याशी, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, प्रमंडलीय प्रभारी और कोर कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहेंगे। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने इसे बेहद महत्वपूर्ण बैठक बताते हुए कहा कि इसमें हार के कारणों को गहराई से समझने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी माना कि चुनाव परिणाम से कार्यकर्ताओं में नाराजगी स्वाभाविक है, और इसे वरिष्ठ नेताओं के सामने रखा जाएगा।
संगठन में बदलाव की संभावना
शनिवार और रविवार को प्रदेश स्तर पर बैठकें होंगी, जिनमें चुनाव प्रबंधन समिति, जिला प्रभारी और जिलाध्यक्षों की बैठकें शामिल हैं। इसके बाद 3 दिसंबर को राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव परिणामों की समीक्षा होगी। बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री, जिलाध्यक्ष और प्रभारियों में बदलाव की संभावना जताई जा रही है।
इस चुनाव में बीजेपी के कई बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा, जिनमें नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, विधायक अनंत ओझा, भानु प्रताप शाही, अमित मंडल, गीता कोड़ा और सीता सोरेन शामिल हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी की हार का एक बड़ा कारण स्थानीय मुद्दों की अनदेखी और बाहरी नेताओं को टिकट देना रहा। समीक्षा बैठक के बाद ही स्पष्ट होगा कि पार्टी आगे क्या कदम उठाने वाली है।