
परवेज़ आलम की रिपोर्ट…….
झारखंड विधानसभा का पहला सत्र 9 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, जो 12 दिसंबर तक चलेगा। यह सत्र न केवल नई ऊर्जा बल्कि नए बदलावों का संकेत भी देगा। सत्र के पहले दो दिन नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होगा, जिसे प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी संपन्न कराएंगे।
नए विधायकों की शपथ और अध्यक्ष का चुनाव।
9 दिसंबर को सत्र के पहले दिन से विधायकों का शपथ ग्रहण शुरू होगा, जो 10 दिसंबर तक चलेगा। इसी दिन शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद झारखंड विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा। यह प्रक्रिया सत्र की गंभीरता और विधायी गतिविधियों की दिशा तय करेगी।
राज्यपाल का अभिभाषण और अनुपूरक बजट।
11 दिसंबर को झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का अभिभाषण होगा। इसके तुरंत बाद, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर चालू वित्तीय वर्ष के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेंगे। यह दिन सरकार की योजनाओं और प्राथमिकताओं का खाका पेश करने का होगा।
पहली बार पहुंचे 20 नए विधायक।
इस बार की विधानसभा में एक नया इतिहास लिखा जाएगा। सदन में 20 ऐसे विधायक होंगे, जो पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। इनमें से कई युवा और अनुभवहीन चेहरों के साथ सत्र का माहौल उत्साह और बदलाव से भरा होगा। यह पहली बार है जब सत्ता पक्ष के सदस्यों की संख्या सदन की कुल संख्या का दो-तिहाई होगी।
छोटे दलों की मौजूदगी।
इस विधानसभा में चार दलों का एकल प्रतिनिधित्व भी देखने को मिलेगा। जदयू, लोजपा (आर), आजसू पार्टी, और जेएलकेम के एक-एक विधायक ने इस बार सदन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
सत्र के अंतिम कार्यदिवस 12 दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके साथ ही अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद की प्रक्रिया भी पूरी होगी।
झारखंड विधानसभा का यह सत्र नई उम्मीदों और दिशा-निर्देशों का संकेत देगा। 20 नए विधायकों की भागीदारी और सत्ता पक्ष की मजबूत उपस्थिति इसे और भी खास बनाती है।