
By Chandan Pandey
गिरिडीह के पावन धरा पर एक बार फिर आध्यात्मिक आस्था का सैलाब उमड़ने वाला है। श्री कबीर ज्ञान मंदिर में सद्गुरु विवेक साहब निर्वाण महोत्सव का भव्य दो दिवसीय आयोजन गुरुवार से प्रारंभ हो रहा है। श्रद्धालु संत कबीर साहब के साखी पाठ के साथ इस महोत्सव का शुभारंभ करेंगे।
महोत्सव का प्रमुख आकर्षण सद्गुरु मां का दिव्य उद्बोधन होगा, जो भक्तों को अध्यात्म और भक्ति की नई ऊंचाइयों तक ले जाने का कार्य करेगा। इसके साथ ही ‘जागो हिंदू जागो’ नामक नाट्य मंचन भी होगा, जो उपस्थित श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगा।
इस आयोजन में गिरिडीह, झारखंड, बिहार सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में आने की संभावना जताई जा रही है। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है, जिससे पूरा परिसर एक अद्भुत दिव्यता का अनुभव करा रहा है।
ब्रह्मलीन संत विवेक साहब: एक दिव्य संत
सद्गुरु विवेक साहब महाराज पूर्ण आत्मज्ञानी, त्रिकालदर्शी और दिव्यद्रष्टा संत थे। उनके हृदय में समस्त मानवता के लिए प्रेम और करुणा का भाव था। भक्तों के बीच वे ‘सरकार प्रभु’ के नाम से प्रसिद्ध थे। वर्ष 2000 में उन्होंने गिरिडीह में अपने शरीर का त्याग किया था।
उनकी समाधि श्री कबीर ज्ञान मंदिर प्रांगण में स्थित है, जहां हर वर्ष निर्वाण तिथि—माघ शुक्ल पक्ष द्वितीया के दिन श्रद्धालु श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए एकत्रित होते हैं।
इस बार भी श्रद्धा, भक्ति और दिव्यता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा!