
By The News Post4u.
रांची: सोमवार को रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब पटना से आ रहा इंडिगो का एक विमान लैंडिंग से ठीक पहले पक्षी से टकरा गया। विमान में सवार सभी 175 यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं, और पायलट की सूझबूझ से विमान की आपात लैंडिंग कराई गई।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, यह घटना दोपहर करीब 1:14 बजे घटी, जब एयरबस A320 विमान रांची एयरस्पेस में प्रवेश कर रहा था। उस समय विमान जमीन से लगभग 3000 से 4000 फीट की ऊंचाई पर, रनवे से करीब 10-12 नॉटिकल मील दूर था। अचानक एक गिद्ध से टक्कर हो गई, जिससे विमान की बाहरी संरचना को नुकसान पहुंचा।
40 मिनट तक हवा में बनाए रखा नियंत्रण.
पक्षी से टकराने के तुरंत बाद पायलट ने विमान को नियंत्रित रखा और आपातकालीन प्रोटोकॉल के तहत विमान को करीब 40 मिनट तक हवा में मंडराते हुए सुरक्षित स्थिति में लाया। इस दौरान एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से सतत संपर्क बना रहा। आखिरकार पायलट ने अत्यंत सावधानीपूर्वक विमान की आपात लैंडिंग कराई।
सिर्फ विमान को हुआ नुकसान, यात्री पूरी तरह सुरक्षित.
विमानन अधिकारियों ने राहत की सांस लेते हुए बताया कि किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। हालांकि, विमान के एक हिस्से में डेंट पाया गया है, जिसकी जांच एयरलाइंस के इंजीनियर कर रहे हैं। एयरपोर्ट निदेशक आर.आर. मौर्य ने बताया, “यह गनीमत रही कि केवल विमान को हल्का नुकसान हुआ, सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।”
विमान की तकनीकी जांच जारी.
फिलहाल विमान को तकनीकी जांच के लिए रनवे से हटा लिया गया है। विमानन विशेषज्ञ यह मूल्यांकन कर रहे हैं कि क्षति कितनी गंभीर है और विमान को दोबारा उड़ान के लिए कब तक तैयार किया जा सकता है।
बर्ड हिट की घटनाओं पर बढ़ती चिंता.
यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि हवाई अड्डों के आसपास पक्षियों की बढ़ती मौजूदगी विमानों की सुरक्षा के लिए कितनी गंभीर चुनौती बनती जा रही है। विशेष रूप से बड़े पक्षी, जैसे गिद्ध, विमान के इंजन या संरचना को गंभीर क्षति पहुँचा सकते हैं। इससे पहले भी कई बार बर्ड हिट की घटनाएं देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स पर सामने आ चुकी हैं।
इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना यह याद दिलाती है कि हवाई सुरक्षा में पायलटों की सतर्कता और तकनीकी कुशलता कितनी अहम होती है। साथ ही यह भी ज़रूरी है कि एयरपोर्ट्स के आसपास के क्षेत्रों में वन्यजीव नियंत्रण और निगरानी को और प्रभावी बनाया जाए।