
गिरिडीह /रांची। झारखंड में मौसम ने अप्रत्याशित रूप से करवट ली है। चिलचिलाती धूप और 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान के बीच लोग बेहाल थे, वहीं अब आसमान में घने काले बादलों ने डेरा जमा लिया है और कई जिलों में तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश ने लोगों को गर्मी से बड़ी राहत दी है।
दिन में छाया अंधकार, चालकों को जलानी पड़ी हेडलाइटें.
हजारीबाग, रांची, धनबाद, गिरिडीह और पाकुड़ समेत झारखंड के कई जिलों में दोपहर के समय ही ऐसा नजारा देखने को मिला मानो दिन में रात उतर आई हो। घने काले बादलों और धूलभरी आंधी के कारण दृश्यता काफी कम हो गई, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहनों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा।
हजारीबाग में स्थिति इतनी विकट हो गई कि तेज तूफान के दौरान एक पेड़ एक चलती कार पर गिर पड़ा, जिससे एक दंपति के घायल होने की खबर है। वहीं, कई इलाकों में बिजली के पोल गिरने और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की सूचना भी सामने आई है।
बारिश और तूफान से तापमान में भारी गिरावट.
राज्य में तेज हवाओं की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। इसके बाद झमाझम बारिश ने मौसम को ठंडा बना दिया। रांची और इसके आसपास के क्षेत्रों में अचानक बारिश शुरू होने से गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में इसी तरह का मौसम बना रहेगा।
मौसम विभाग का अलर्ट: अगले कुछ दिन राहत, फिर लौटेगी गर्मी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पहले ही अलर्ट जारी किया था कि झारखंड के विभिन्न जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। अब एक नया अपडेट जारी करते हुए मौसम विभाग ने चेताया है कि यह राहत अस्थायी है। मई के दूसरे सप्ताह से एक बार फिर भीषण गर्मी और लू का प्रकोप झारखंड में देखने को मिलेगा, जब तापमान 45 डिग्री के पार जा सकता है।
गिरिडीह में झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त.
गिरिडीह में भी तेज हवाओं और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। बाजारों में सन्नाटा पसर गया और सड़कों पर वाहन कम नजर आए।
झारखंड के मौसम में आया यह अचानक बदलाव न केवल लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दे रहा है, बल्कि कुछ क्षेत्रों में यह नुकसानदेह भी साबित हो रहा है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट रहने की जरूरत है क्योंकि अगले कुछ दिनों में भी मौसम इसी तरह अनिश्चित बना रह सकता है।