
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 18 अप्रैल से 27 अप्रैल तक एक 11 सदस्यीय उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ स्पेन और स्वीडन के दौरे पर रवाना होंगे। इस विदेश यात्रा का मकसद स्पष्ट है — वैश्विक निवेशकों को झारखंड में निवेश के लिए आमंत्रित करना और राज्य को एक उभरते औद्योगिक केंद्र के रूप में प्रस्तुत करना। इस यात्रा के लिए मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार से राजनीतिक स्वीकृति भी मिल चुकी है।
निवेश बढ़ाने की रणनीति के तहत दौरा.
मुख्यमंत्री की यह यात्रा राज्य के उद्योग विभाग के नेतृत्व में की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, यह दौरा “झारखंड में औद्योगिक निवेश के नए रास्ते खोलने” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल स्पेन के मैड्रिड, बार्सिलोना और स्वीडन के गोथेनबर्ग जैसे प्रमुख शहरों में उद्यमियों और कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों से मिलेगा।
मुख्य ठिकाने और कार्यक्रम:
- 19 अप्रैल: प्रतिनिधिमंडल मैड्रिड पहुंचेगा
- 21 अप्रैल: प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात
- 22 अप्रैल:
- मैड्रिड में खनन और इस्पात क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के साथ बैठक
- बार्सिलोना में कृषि मंत्रालय के अधिकारियों से संवाद
- 25 अप्रैल: गोथेनबर्ग (स्वीडन) में क्लीन एनर्जी कंपनियों से मुलाकात
- 26 अप्रैल: वन-टू-वन बैठकें, संभावित निवेशकों से सीधी बातचीत
- 27 अप्रैल: भारत वापसी
दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल नेशनल रिन्यूएबल एनर्जी सेंटर (Spain) भी जाएगा, जो सौर ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी रिसर्च केंद्र है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड की पहचान बनाने की कोशिश.
मुख्यमंत्री के इस दौरे का एक बड़ा उद्देश्य झारखंड की ब्रांडिंग भी है। राज्य सरकार “हरित ऊर्जा, स्मार्ट सिटी, तकनीकी नवाचार और औद्योगिक विकास” को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक मंचों पर झारखंड की छवि को उभारना चाहती है। इस दौरे से निवेशकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद का अवसर मिलेगा, जिससे आगामी परियोजनाओं में साझेदारी की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन होंगे शामिल?
मुख्यमंत्री के साथ जो टीम विदेश यात्रा पर जा रही है, उसमें प्रशासनिक, तकनीकी और राजनीतिक प्रतिनिधित्व का संतुलन दिखता है। टीम में शामिल हैं:
- कल्पना सोरेन (विधायक)
- अलका तिवारी (मुख्य सचिव)
- अविनाश कुमार (सीएम के अपर मुख्य सचिव)
- ए.के. रस्तोगी (सेवानिवृत्त आईएफएस)
- अरवा राजकमल (उद्योग सचिव)
- राहुल कुमार सिन्हा (एमडी, जेएसएमडीसी)
- सुशांत गौरव (उद्योग निदेशक)
- वरुण रंजन (एमडी, जेआईआईडीसीओ)
- प्रणव कुमार पाल (संयुक्त निदेशक, उद्योग)
- अजय कुमार सिंह (सीएम के निजी सुरक्षा अधिकारी)
क्या कहती है यह यात्रा झारखंड की दिशा के बारे में?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का यह दौरा उस बदले हुए दृष्टिकोण का संकेत है जिसमें राज्य सरकार सिर्फ खनन पर निर्भरता छोड़कर हरित ऊर्जा, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी नवाचार की ओर कदम बढ़ा रही है। यह यात्रा न केवल आर्थिक निवेश की राह खोलेगी, बल्कि झारखंड को वैश्विक मंचों पर एक प्रगतिशील और निवेश-मैत्रीपूर्ण राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम साबित हो सकती है।