
Human Metapneumovirus (एचएमपीवी) चीन के बाद अब भारत में भी फैल रहा है। बेंगलुरु, नागपुर, तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक मामला सामने आया है। चीन और अन्य देश इस समय वायरल बुखार और निमोनिया जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसी बीच, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने एचएमपीवी वायरस को लेकर एक संदेश जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग ने भी वायरस से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की है।
स्वास्थ्य विभाग ने जांच किट का ऑर्डर दिया
स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस से निपटने के लिए जरूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं। गाइडलाइन जारी करने के साथ ही जांच किट का ऑर्डर दिया गया है। विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि यह वायरस नया नहीं है और सर्दियों में ऐसे मामले पहले भी देखे गए हैं। घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने और ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
चीन का खतरनाक एचएमपीवी वायरस भारत में
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक महत्वपूर्ण संदेश साझा करते हुए लिखा, “मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड सरकार किसी भी स्वास्थ्य आपातकाल से निपटने के लिए तैयार है। वर्तमान में एचएमपीवी वायरस को लेकर कोई बड़ी चिंता नहीं है, क्योंकि यह व्यापक जनसंख्या के लिए खतरा नहीं है। राज्य सरकार ने किसी भी संभावित स्वास्थ्य चुनौती का सामना करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां और व्यवस्थाएं की हैं।”
केंद्र से अभी कोई चेतावनी नहीं मिली
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे लिखा, “डॉक्टर होने के नाते, मैं हर संभव माध्यम से स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ नियमित संपर्क बनाए हुए हूं। फिलहाल, केंद्र से कोई औपचारिक चेतावनी नहीं मिली है। मैंने राज्य के सिविल सर्जनों के साथ तैयारियों की समीक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग के सचिव को बैठक बुलाने का निर्देश दिया है।”
चिंता की जरूरत नहीं, सभी व्यवस्थाएं मौजूद
स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया, “जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है। हमारे पास सभी जरूरी व्यवस्थाएं मौजूद हैं। हालांकि, सर्दियों के इस मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतना जरूरी है। खासकर 5 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक आयु के लोग अधिक संवेदनशील होते हैं। हम सभी से अपील करते हैं कि स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं। राज्य सरकार नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी नई स्वास्थ्य चुनौती से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाती रहेगी।”