
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में देवघर जिले की मधुपुर सीट से एक बड़ा विवाद सामने आया है। चुनावी प्रक्रिया के दौरान गड़बड़ी के आरोपों के चलते 13-मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 111 के पीठासीन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
मामला तब तूल पकड़ा जब वेब-कास्टिंग रूम में निगरानी के दौरान अधिकारी को वोटिंग कंपार्टमेंट के बेहद करीब पाया गया। यह निर्वाचन आयोग के नियमों का खुला उल्लंघन है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी और उपायुक्त विशाल सागर ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी अधिकारी को हटाने और गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
BJP के निशाने पर प्रशासन
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर BJP ने प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि उक्त अधिकारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) प्रत्याशी हफीजुल हसन के पक्ष में मतदान करवा रहे थे। दुबे ने कहा कि उन्होंने इस गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की थी। शिकायत के बाद आयोग ने CCTV फुटेज की जांच की और कार्रवाई सुनिश्चित की।
दुबे ने इसे एक बड़ी साजिश करार देते हुए कहा कि आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया है, लेकिन यह घटना बताती है कि मधुपुर में निष्पक्ष चुनाव कराना एक चुनौती बना हुआ है।
JMM की प्रतिक्रिया का इंतजार
भाजपा के आरोपों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन, इस घटना ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है।
क्या यह मामला केवल एक अधिकारी की गलती है, या कुछ और यह सवाल अब हर किसी की जुबान पर है। इस बीच, मतदान की प्रक्रिया पर उठते सवाल झारखंड चुनाव की निष्पक्षता को लेकर नई बहस को जन्म दे रहे हैं।