झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम आ चुका है, और हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की है। गठबंधन ने 56 सीटों पर कब्जा जमाया। इस ऐतिहासिक जीत के बीच एक खास सवाल उठता है: इस बार कितने मुस्लिम विधायक विधानसभा पहुंचे?
तो आपको बता दें कि झारखंड विधानसभा की चार सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। ये सीटें हैं— जामताड़ा, मधुपुर, राजमहल और पाकुड़।
जामताड़ा से कांग्रेस के इरफान अंसारी ने अपनी जीत सुनिश्चित की।
मधुपुर से झामुमो (जेएमएम) के हफीजुल हसन ने बाजी मारी।
राजमहल से झामुमो के मोहम्मद ताजुद्दीन ने जीत दर्ज की।
पाकुड़ से कांग्रेस के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम ने अपनी जगह बनाई।
इस तरह, इस चुनाव में कुल चार मुस्लिम विधायक चुने गए। इनमें से दो कांग्रेस के टिकट पर और दो झामुमो के टिकट पर विधानसभा पहुंचे।
दिलचस्प बात यह है कि 2019 के चुनावों में भी ठीक इतने ही—चार मुस्लिम विधायक—जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। उन विजेताओं में इरफान अंसारी, सरफराज अहमद, हाजी हुसैन अंसारी और आलमगीर आलम शामिल थे। इस बार भी, संख्या भले वही रही हो, लेकिन चेहरों में थोड़ा बदलाव हुआ है।
यह नतीजा झारखंड की राजनीति में मुस्लिम प्रतिनिधित्व की स्थिरता को दर्शाता है, जहां हर चुनाव में चार विधायक अपनी आवाज बुलंद करने के लिए विधानसभा तक पहुंच रहे हैं।