
झारखंड न्यूज़: देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, झारखंड के देवघर में स्थित है। हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से यहां दर्शन के लिए आते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए झारखंड सरकार ने देवघर को एक प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। सत्ता में आने के बाद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने इसे वाराणसी के काशी विश्वनाथ और उज्जैन के महाकाल मंदिर की तरह एक भव्य कॉरिडोर में बदलने की योजना बनाई है।
मुख्य बिंदु:
- झारखंड सरकार का बड़ा निर्णय: देवघर का आधुनिक विकास।
- काशी और उज्जैन की तर्ज पर: बाबा बैद्यनाथ धाम में कॉरिडोर निर्माण।
- लागत: परियोजना पर 900 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कॉरिडोर निर्माण की योजना
हेमंत सरकार ने बाबा बैद्यनाथ धाम को आधुनिक स्वरूप देने के लिए हरी झंडी दे दी है। देवघर में 30 एकड़ से अधिक भूमि का चयन कर लिया गया है। योजना के तहत, काशी और उज्जैन जैसे धार्मिक स्थलों के मॉडल पर एक भव्य कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने के बाद जमीन पर काम जल्द ही शुरू होगा।
900 करोड़ का बजट
कॉरिडोर के निर्माण पर अनुमानित 900 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके तहत, काशी की तर्ज पर स्थानीय दुकानों और मकानों को हटाया जाएगा, और प्रभावित जमीन मालिकों को करीब 300 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके बाद निर्धारित क्षेत्र में निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा।