
एक्टिव केस 4300 के पार, जानिए नया वेरिएंट और लक्षण
By The News Post4u.
देश एक बार फिर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की चपेट में आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 7 लोगों की मौत हुई है और देशभर में कुल सक्रिय मामले 4,302 तक पहुंच गए हैं।
इन मौतों में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 4, दिल्ली में 1, गुजरात में 1 और तमिलनाडु में 1 व्यक्ति की मृत्यु हुई है। सबसे चिंता की बात यह है कि संक्रमितों की मौत कई गंभीर बीमारियों के साथ कोविड संक्रमण होने के कारण हुई है, जिससे इस वायरस की गंभीरता को एक बार फिर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
राज्यों में एक्टिव केस की स्थिति (स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार):
- केरल – 1373 ,महाराष्ट्र – 510,गुजरात – 461,दिल्ली – 457,पश्चिम बंगाल – 432,कर्नाटक – 324,तमिलनाडु – 216,उत्तर प्रदेश – 201
देश के अधिकांश राज्यों में केस लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि कुछ राज्यों जैसे केरल में मामूली गिरावट दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटे में जिन मरीजों की मौत हुई, उनकी हेल्थ हिस्ट्री:
दिल्ली:एक 22 वर्षीय महिला जो फेफड़ों की टीबी (Pulmonary Koch), निमोनिया और टाइप 1 रेस्पिरेटरी फेल्योर से जूझ रही थी, कोरोना संक्रमण के बाद दम तोड़ बैठी।
तमिलनाडु:76 वर्षीय पुरुष जिन्हें तीव्र श्वसन संकट (ARDS), कोविड-19 निमोनिया, सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर की स्थिति थी।
गुजरात:1 संक्रमित व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, लेकिन उसकी मेडिकल डिटेल्स स्पष्ट नहीं की गईं।
महाराष्ट्र:55 वर्षीय पुरुष – कार्डियक एरिथमिया, COPD, पुरानी ब्रोंकाइटिस के रोगी थे। 73 वर्षीय पुरुष – कार्डियोजेनिक शॉक, पार्किंसन, हाई ब्लड प्रेशर और कोविड निमोनिया से पीड़ित थे। 23 वर्षीय महिला – डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर की मरीज थीं। 27 वर्षीय पुरुष – इस्केमिक हार्ट डिज़ीज़, पुराना टीबी, शराब छोड़ने के कारण दौरे, और निचले श्वसन तंत्र के संक्रमण से जूझ रहे थे।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि जिन मरीजों की मौत हुई है, वे पहले से ही गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे, लेकिन कोरोना संक्रमण ने उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया।
कोरोना की वापसी का कारण: नया सब-वेरिएंट NB.1.8.1.
भारत में कोरोना की वापसी की सबसे बड़ी वजह इसके नए सब-वेरिएंट NB.1.8.1 को माना जा रहा है। यह ओमिक्रॉन वेरिएंट का अत्यधिक रूपांतरित और तेज़ी से फैलने वाला रूप है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, NB.1.8.1 की विशेषता इसकी तेज संक्रमण दर और रूपांतरण क्षमता है, जिससे यह आसानी से बड़ी आबादी को प्रभावित कर सकता है।
इस नए वेरिएंट के लक्षण क्या हैं?
इस वेरिएंट के लक्षण ओमिक्रॉन जैसे ही हैं, लेकिन कभी-कभी ज्यादा तीव्र भी हो सकते हैं। आम लक्षणों में शामिल हैं:
- बुखार,बदन दर्द,खांसी,थकान,भूख न लगना,सिरदर्द,गले में खराश, नाक बहना
विशेषज्ञों का कहना है कि हल्के लक्षणों को भी नजरअंदाज न करें, खासकर अगर व्यक्ति पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो।
सावधानी जरूरी, नहीं तो नुकसान भारी.
स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञ लगातार अपील कर रहे हैं कि भीड़भाड़ से बचें, मास्क का उपयोग करें, हाथों की सफाई का ध्यान रखें और जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, वे अतिरिक्त सतर्कता बरतें।
टीकाकरण करा चुके लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि वेरिएंट का बदलता स्वरूप किसी भी समय स्थिति को गंभीर बना सकता है। कोरोना भले ही पुरानी महामारी लगने लगी हो, लेकिन उसकी वापसी बेहद खतरनाक हो सकती है, खासकर जब नया वेरिएंट सामने हो। बीते 24 घंटों की 7 मौतें हमें ये याद दिलाती हैं कि सतर्कता और सावधानी ही इससे बचने का सबसे मजबूत उपाय हैं।
स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें।