
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने सहायता शिविर का आयोजन किया
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने उपभोक्ताओं की बिजली बिल से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए सहायता शिविर आयोजित किया है। यह शिविर 17 दिसंबर से 31 जनवरी तक चलना था, लेकिन 23 जनवरी तक 17,259 मामलों में से 16,446 का निपटारा किया जा चुका है, जबकि 813 मामले अभी लंबित हैं। विभाग का कहना है कि शेष मामलों को जल्द हल कर लिया जाएगा।
सहायता शिविर में उपभोक्ताओं को मोबाइल नंबर पंजीकरण, स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी, ज्यादा बिजली बिल, बिल न मिलने, सिक्योरिटी डिपोजिट, अकाउंट संबंधी समस्याएं, और ऑनलाइन पेमेंट की दिक्कतें जैसी शिकायतों का समाधान किया जा रहा है। डेढ़ महीने के इस शिविर का लक्ष्य शहरी क्षेत्र के 3.5 लाख उपभोक्ताओं तक पहुंचने का था, लेकिन अब तक केवल 30 प्रतिशत उपभोक्ताओं को ही यह सेवा मिल पाई है।
सर्किल के अधीक्षण अभियंता डीएन साहू ने बताया कि शिविर 31 जनवरी तक जारी रहेगा। स्मार्ट मीटर से संबंधित नंबर अपडेट करने और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने पर जोर दिया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर शिविर की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
जियाडा में विकास योजनाओं पर चर्चा
पंचम वित्त आयोग के अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आदित्यपुर स्थित जियाडा सभागार में एक अहम बैठक हुई। इसमें नगर निगम और औद्योगिक क्षेत्र की विकास योजनाओं और समस्याओं पर विचार किया गया।
अध्यक्ष ने चाईबासा के नीमडीह में स्टील उद्योग के लिए अधिग्रहित 697 एकड़ जमीन पर उद्योग न लगने के कारणों की जानकारी ली। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर स्टील उद्योग नहीं आ पा रहा है तो यह भूमि अन्य उद्योगों को आवंटित की जाए।
औद्योगिक क्षेत्र में सड़क, पानी और स्ट्रीट लाइट की खराब स्थिति पर उद्योगपतियों ने चिंता जताई और इन समस्याओं को जल्द सुलझाने की मांग की। साथ ही, आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में होल्डिंग टैक्स के मुद्दे को लेकर जियाडा और नगर निगम के अधिकारियों को मिलकर समाधान निकालने की सलाह दी गई।
यह बैठक जियाडा और नगर निगम के बीच सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से हुई, ताकि औद्योगिक विकास में आ रही बाधाओं को दूर किया जा सके और क्षेत्र की समस्याओं का समाधान हो सके।