
रिपोर्ट- परवेज़ आलम
झारखंड विधानसभा का बहुप्रतीक्षित बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है। इस सत्र में सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा सामने आएगा और विपक्ष पूरी तैयारी के साथ सरकार को घेरने के लिए मैदान में उतरेगा, भाजपा मुख्य विपक्षी दल है पर पार्टी अपने विधायक दल के नेता का नाम घोषित नहीं कर पाई है । ऐसे मे सत्ता पक्ष भाजपापर तंज़ कसने से नहीं चूकेगी ।
राज्यपाल के अभिभाषण से होगी शुरुआत
24 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र का बिगुल बज जाएगा। 25 फरवरी को पहली पारी में प्रश्नकाल और दूसरी पारी में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। वहीं, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि की छुट्टी रहेगी।
बजट से पहले अनुपूरक बजट पर नजर
27 फरवरी को सरकार 2024-25 का तृतीय अनुपूरक बजट पेश करेगी। इसके बाद दूसरी पारी में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद और सरकार की प्रतिक्रिया के साथ मतदान होगा। 28 फरवरी को अनुपूरक बजट पर चर्चा कर विनियोग विधेयक पारित होगा।
3 मार्च को होगा ‘बड़े बजट’ का ऐलान
1 और 2 मार्च को अवकाश रहेगा, लेकिन 3 मार्च को वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे। 4 मार्च से बजट पर बहस शुरू होगी, जिसमें पक्ष और विपक्ष खुलकर अपनी बात रखेंगे। 5 से 7 मार्च तक विभिन्न विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी।
होली के बाद विधेयकों की बरसात
8 और 9 मार्च को फिर से अवकाश रहेगा, और 10 व 11 मार्च को अनुदान मांगों पर बहस होगी। 12 से 16 मार्च तक होली और अन्य त्योहारों के चलते विधानसभा में सन्नाटा रहेगा। फिर 17 से 21 मार्च तक विभिन्न विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा जारी रहेगी।
22 और 23 मार्च को शनिवार-रविवार के चलते बैठक नहीं होगी। 24 मार्च को अनुदान मांगों पर बहस होगी, जबकि 25 और 26 मार्च को कई अहम विधेयक पेश किए जाएंगे। 27 मार्च को सत्र का समापन होगा, जहां कुछ और विधेयकों और गैर-सरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी।
बजट सत्र में क्या होगा खास?
इस बार का बजट सत्र कई मायनों में दिलचस्प होने वाला है। महंगाई, बेरोजगारी और विकास कार्यों की सुस्त रफ्तार पर विपक्ष सरकार को घेर सकता है, तो सरकार भी अपने कामकाज का बखान करने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी। देखना होगा कि ये सत्र जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है!