बंगाल की खाड़ी में एक शक्तिशाली चक्रवात ‘दाना’ के आने की संभावना है, जिसके कारण अगले दो-तीन दिनों तक राज्य का मौसम प्रभावित हो सकता है। अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के आसपास बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण यह सीवियर चक्रवात ओडिशा के पुरी और सागर द्वीप के बीच टकरा सकता है, जिसका असर झारखंड के मौसम पर भी पड़ेगा। 23 अक्टूबर की शाम से इस चक्रवात का प्रभाव राज्य में दिखने लगेगा। राज्य के पूर्वी जिलों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी, गर्जना, वज्रपात और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में एक शक्तिशाली चक्रवात ‘दाना’ के आने की संभावना है, जिससे अगले दो-तीन दिनों तक राज्य में मौसम खराब रह सकता है। अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के निकट बने निम्न दबाव क्षेत्र के एक गंभीर चक्रवात में बदलने की संभावना है, जो ओडिशा के पुरी और सागर द्वीप के बीच प्रभाव डालेगा और झारखंड के मौसम को भी प्रभावित करेगा। 23 अक्टूबर की शाम से ही इसका असर राज्य में दिखना शुरू हो जाएगा, खासकर पूर्वी जिलों में, जहाँ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं, गरज, बिजली और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
तूफान का नाम कतर ने रखा है, जिसे ‘दाना’ कहा जाएगा, जिसका मतलब है सुंदर और अनमोल मोती।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, 24, 25 और 26 अक्टूबर को राज्य में भारी बारिश हो सकती है। 24 अक्टूबर को कोल्हान और मध्य झारखंड में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के झोंके के साथ सरायकेला, खरसावां, पश्चिमी और पूर्वी सिंहभूम में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 25 और 26 अक्टूबर को भी कुछ जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, 23 अक्टूबर तक यह चक्रवात बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित होगा और 24 तारीख की सुबह तक एक गंभीर चक्रवात में तब्दील हो सकता है। 24 अक्टूबर की रात से 25 तारीख की सुबह के बीच यह उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को 100-110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पार कर सकता है।
इस चक्रवात के कारण कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जिनमें नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, हटिया-पुरी तपस्विनी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर-धनबाद गरीब रथ एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं।