
परवेज़ आलम की खास रिपोर्ट ………………
अगर बात भारत की राष्ट्रीय खेल हॉकी की करें, तो झारखंड का नाम गर्व से लिया जाता है। यह राज्य न सिर्फ अपने खनिज, जल-जंगल-जमीन के लिए मशहूर है, बल्कि हॉकी की नर्सरी के रूप में भी जाना जाता है। झारखंड ने देश को ओलंपियन माइक किंडो, सिल्वानुस डुंगडुंग, सुमराई टेटे, और अंसुता लकड़ा जैसे अनगिनत खिलाड़ियों से नवाजा है। 7 साल के लंबे इंतजार के बाद, हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की धूम झारखंड में फिर से गूंजने वाली है। महिला एचआईएल का आयोजन 12 जनवरी 2025 से रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में होने जा रहा है।
झारखंड की बेटियां अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमक रहीं
झारखंड की बेटियां सलीमा टेटे, संगीता कुमारी, निक्की प्रधान और ब्यूटी डुंगडुंग पहले ही अपने प्रदर्शन से देश का नाम रौशन कर चुकी हैं। इस बार एचआईएल में भी झारखंड की 6 महिला खिलाड़ी अपनी चमक बिखेरेंगी।
- सुरमा हॉकी क्लब: सलीमा टेटे और निक्की प्रधान
- दिल्ली एसजी पाइपर्स: संगीता कुमारी और दीपिका सोरेंग
बंगाल टाइगर: ब्यूटी डुंगडुंग और बिनीमा धान
महिला और पुरुष दोनों की हिस्सेदारी
इस लीग में न केवल महिला खिलाड़ियों का जलवा दिखेगा, बल्कि 18, 22, और 24 जनवरी को पुरुषों के एचआईएल के भी मुकाबले रांची में आयोजित होंगे।
तैयारियां जोरों पर
खेल विभाग और हॉकी झारखंड की टीमों ने महिला खिलाड़ियों के स्वागत और स्टेडियम को तैयार करने का काम अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। मैदान का रंग-रोगन हो रहा है, एलईडी लाइट्स की ट्रायल चल रही है, और दर्शकों की दीवानगी को ध्यान में रखते हुए टिकटें पूरी तरह से मुफ्त रखी गई हैं।
क्यों खास है यह आयोजन?
- पहली बार महिला एचआईएल का आयोजन रांची में।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं के साथ स्टेडियम का रखरखाव।
- झारखंड की जनता के लिए अपने नायकों को देखने का सुनहरा मौका।
12 जनवरी से शुरू होने वाले इस हॉकी उत्सव के लिए झारखंड तैयार है।
रांची की धरती एक बार फिर साबित करने जा रही है कि हॉकी का असली दिल झारखंड में धड़कता है।