
झारखंड में इस बार ठंड ने रजाई और अलाव की डिमांड बढ़ा दी है। गिरिडीह समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में ठिठुरन बढ़ गई है। पिछले 24 घंटे में तापमान दो से तीन डिग्री तक गिर गया। गुमला तो ठंड के मामले में सबको पछाड़ते हुए 6.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। और गिरिडीह ? यहां भी 8 डिग्री का कांटा थर-थर कांप रहा है।
सर्द हवा, घना कुहासा और ठिठुरते झारखंडी।
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर और पश्चिम से आने वाली सर्द हवाओं ने माहौल और ठंडा कर दिया है। सुबह-सुबह कोल्हान में घना कुहासा छाया रहा, और दृश्यता सिर्फ 1000 मीटर की रह गई। जमशेदपुर का हाल भी कुछ खास नहीं। यहां का न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। चाईबासा का तापमान दिन में 25.4 डिग्री रहा, जो झारखंड में सबसे ज्यादा है। लेकिन फिर भी ये सामान्य से नीचे है।
अगले तीन दिन का हाल।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने साफ कहा है, “ठंड अभी कम होने वाली नहीं। अगले तीन दिन और ठिठुरने के लिए तैयार रहिए।” गिरिडीह का न्यूनतम पारा 8-9 डिग्री के आसपास रहेगा। मतलब, रजाई छोड़ने की गलती मत करना।
झारखंड की कनकनी और आपकी तैयारी।
चाहे आप गुमला में हो या गिरिडीह में, ठंड ने सबको अपनी चपेट में ले लिया है। सुबह-सुबह स्कूल जाना हो या ऑफिस, गुनगुनी चाय और स्वेटर साथ रखना ज़रूरी है।
अब देखते हैं, तीन दिन बाद ये ठंड थोड़ी नरम पड़ती है या नहीं। तब तक, अलाव जलाइए, गर्म कपड़े पहनिए और ठंड का आनंद लीजिए। क्योंकि झारखंड की सर्दी यूं ही नहीं आती, पूरे स्वैग के साथ आती है!