
परवेज़ आलम की रिपोर्ट …………..
झारखंड की ज़मीन पर विकास का नया सूरज उगने वाला है। नए साल में इस राज्य को न सिर्फ रोज़गार की नई रोशनी मिलेगी, बल्कि बुनियादी ढांचे से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य तक का कायाकल्प होने जा रहा है।
1 लाख से ज्यादा नौकरियां, झारखंड के युवाओं के लिए सुनहरा मौका!
सरकार ने ठान लिया है—2025 वो साल होगा जब झारखंड के हर घर में रोज़गार का सपना सच होगा। एक लाख से ज़्यादा सरकारी पदों पर नियुक्तियां होंगी। शिक्षकों के 60,000 पद, प्रधानाध्यापकों के 15,000, पुलिस में 10,000 और भाषा शिक्षकों के 10,000 पद भरे जाएंगे। तैयारी ज़ोरों पर है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव—कोडरमा में मेडिकल कॉलेज, ICT लैब्स का जाल!
कोडरमा और रांची में नए मेडिकल कॉलेज बनने जा रहे हैं। रांची में 1,000 बिस्तरों का अस्पताल बनेगा, जो RIMS का बोझ हल्का करेगा। साथ ही, 1,317 स्कूलों में ICT लैब्स तैयार हो रही हैं, ताकि झारखंड के बच्चों को डिजिटल युग से जोड़ा जा सके।
दामोदर साफ़ होगा, किसानों को सिंचाई का तोहफा
518 करोड़ की लागत से दामोदर नदी को प्रदूषण मुक्त किया जाएगा। वहीं, रानेश्वर-मसलिया सिंचाई परियोजना से 55,000 एकड़ जमीन को पानी मिलेगा। झारखंड के किसानों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं।
पर्यटन में भी धमाल—धुर्वा और गेतलसूद डैम में वाटर स्पोर्ट्स
2025 में एडवेंचर वाटर स्पोर्ट्स शुरू होने वाला है। पर्यटन विभाग ने इसकी तैयारियां तेज़ कर दी हैं।
झारखंड मेफ्लाईओवर का जाल !
रातू रोड और सिरमटोली में बन रहे फ्लाईओवर शहर को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाएंगे। सिरमटोली एलिवेटेड कॉरिडोर तो फरवरी में ही तैयार हो जाएगा।
नए बंगले, स्मार्ट मीटर और पेंशनरों को इलाज की सुविधा
मंत्रियों और विधायकों को स्मार्ट सिटी में नए बंगले मिलेंगे। पेंशनर्स और उनके परिजनों को असीमित इलाज की सुविधा दी जाएगी।
बोकारो में नई उड़ान, स्टील प्लांट का विस्तार!
बोकारो हवाई अड्डे से 2025 में उड़ान शुरू होने की संभावना है। इसके अलावा, 15,000 करोड़ के निवेश से स्टील प्लांट का विस्तार होगा, जिससे उत्पादन क्षमता 7.15 MTPA तक बढ़ जाएगी।
साहेबगंज का मल्टी-मॉडल टर्मिनल—सपना पूरा होने को तैयार!
साहेबगंज में गंगा किनारे बना मल्टी-मॉडल टर्मिनल अब सिर्फ महीनों की दूरी पर है। 6,500 करोड़ की इस परियोजना से झारखंड और बिहार में औद्योगिक विकास का नया इतिहास लिखा जाएगा। यहां से 30 लाख टन माल ढुलाई होगी और भारत-नेपाल व्यापार को रफ्तार मिलेगी।
आख़िरी बात!
झारखंड 2025 में विकास का वो चेहरा दिखाएगा, जिसकी तस्वीर आज तक धुंधली थी। यह नया झारखंड होगा—रोज़गार से लबरेज़, शिक्षा से रोशन, और बुनियादी ढांचे से मजबूत। विकास का सफर बस शुरू होने को है!