
रांची : झारखंड के प्रतिष्ठित नेतरहाट आवासीय विद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी रोशन कुमार बक्शी को 50,000 रुपये रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा थी।
पलामू एसीबी के एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि आरोपी अधिकारी स्कूल में दूध सप्लाई करने वाले एक व्यक्ति को बिल भुगतान के एवज में रिश्वत देने के लिए लगातार परेशान कर रहा था। तंग आकर शिकायतकर्ता ने एसीबी से मदद मांगी।
कैसे रची गई गिरफ्तारी की योजना?
शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने मामले की जांच की। जांच में पुष्टि हुई कि अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे थे। इसके बाद गुरुवार को एसीबी ने शिकायतकर्ता को पैसे देकर अधिकारी के पास भेजा।
रोशन कुमार बक्शी ने शिकायतकर्ता को अपने घर बुलाकर रिश्वत ली। जैसे ही पैसे उनके हाथ में आए, निगरानी टीम ने वहां पहुंचकर उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
क्या कहते हैं एसीबी अधिकारी?
पलामू एसीबी के एसपी अंजनी अंजन ने बताया, “प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं। हमारी टीम ने योजनाबद्ध तरीके से उन्हें गिरफ्तार किया है। रिश्वतखोरी में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”
नेतरहाट स्कूल का इतिहास और साख.
नेतरहाट आवासीय विद्यालय, झारखंड का प्रतिष्ठित संस्थान है, जहां से अब तक 500 से अधिक आईएएस, आईपीएस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। इस घटना ने स्कूल की प्रतिष्ठा पर सवालिया निशान खड़े किए हैं।
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