
गिरिडीह: अपराध नियंत्रण और शहर की सुरक्षा को लेकर गिरिडीह एसपी डॉ. बिमल कुमार ने कमर कस ली है। शनिवार की आधी रात, जब पूरा शहर गहरी नींद में था, कड़ाके की ठंड मे एसपी अचानक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने सड़कों पर निकले । इस औचक निरीक्षण के दौरान एसपी ने पुलिस पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। एसपी डॉ. बिमल कुमार के इस औचक निरीक्षण ने तीस साल पहले के एसपी ताज हसन की पुरानी याद ताज़ा कर दी । वे भी बारबरा इसी तरह अचानक सड़क पर निकाल जाते थे ।
चेक पोस्ट पर सख्ती के आदेश।
एसपी सबसे पहले उन चेक पोस्ट्स पर पहुंचे, जहां रात में वाहनों की जांच की जा रही थी। तैनात जवानों को उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि रात के समय वाहनों की जांच में कोई ढिलाई न हो। खासतौर पर दोपहिया वाहनों पर पैनी नजर रखने की बात कही गई।
रात 10 बजे के बाद दुकानें होंगी बंद।
रात 12 बजे तक खुली रहने वाली दुकानें और गुमटियां भी एसपी की नजर से नहीं बच सकीं। उन्होंने संचालकों से सख्त लहजे में कहा कि रात 10 बजे के बाद दुकानें बंद हो जानी चाहिए। मौके पर मौजूद नगर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद और इंस्पेक्टर मंटू कुमार को आदेश दिया गया कि समय सीमा का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई करें।
बेवजह घूमने वालों की हुई पूछताछ।
रात के समय सड़कों पर बाइक चलाते या पैदल घूमते लोगों से एसपी ने खुद पूछताछ की। उनसे आईडी कार्ड मांगे गए और ठोस कारण न बता पाने वालों को थाने ले जाया गया। ऐसे लोगों से कड़ी पूछताछ की गई। एसपी ने पुलिस टीम को निर्देश दिया कि रात 10-11 बजे के बाद जो भी व्यक्ति सड़कों पर बिना वजह घूमता दिखे, उसे रोककर कारण पूछा जाए। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की जाए।
अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर नजर।
एसपी डॉ. बिमल कुमार ने कहा कि शहर में बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों, खासकर दोपहिया और चारपहिया गाड़ियों की जांच तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे वाहनों का इस्तेमाल असामाजिक तत्व गिरिडीह में प्रवेश करने के लिए करते हैं। इनपर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
एसपी का यह औचक निरीक्षण और सख्त कदम गिरिडीह की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम प्रयास है। पुलिस की इस मुस्तैदी से जहां आम जनता राहत महसूस कर रही है, वहीं अपराधियों और असामाजिक तत्वों के लिए यह सख्त संदेश भी है।