
चंदन पांडे की रिपोर्ट ………
गिरिडीह: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के बैनर तले बुधवार को स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सदर अस्पताल के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुवाई JLKM के जिला अध्यक्ष सलमान अंसारी ने की।
धरना दे रहे कर्मियों का आरोप है कि जिला स्वास्थ्य विभाग, गिरिडीह में आउटसोर्सिंग कर्मियों के मासिक मानदेय और EPF में गड़बड़ी की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सभी कर्मियों को उनके बढ़े हुए मानदेय के अनुरूप भुगतान किया जाए, EPF और ESI कार्ड उपलब्ध कराया जाए, हर माह सैलरी स्लिप दी जाए, और जिन कंप्यूटर ऑपरेटरों को हटाकर एमएसडब्ल्यू बना दिया गया है, उन्हें पुनः उनके पद पर बहाल किया जाए। साथ ही, कर्मचारियों ने शिकायत की कि यदि वे अपनी समस्याओं पर सवाल उठाते हैं तो कंपनी के सुपरवाइजर उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं।
659 कर्मियों को नहीं मिल रहा पूरा वेतन!
बताया गया कि जिला स्वास्थ्य विभाग में बालाजी डिटेक्टिव फोर्स प्राइवेट लिमिटेड और शिवाजी डिटेक्टिव फोर्स प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत लगभग 659 कर्मी कार्यरत हैं। लेकिन इन कंपनियों द्वारा मासिक मानदेय में कटौती की जा रही है, और तय राशि के अनुरूप वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा। EPF में भी भारी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई हैं।
कर्मचारियों ने JLKM के नेतृत्व में सिविल सर्जन से इन सभी अनियमितताओं को दूर करने की मांग की। इस धरना प्रदर्शन में JLKM के केंद्रीय सचिव नागेंद्र चंद्रवंशी, केंद्रीय महामंत्री रॉकी शेख, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जिशान अहमद, दिग्विजय सिंह, आकाश विश्वकर्मा, अर्जुन पंडित, ताज हुसैन, मिहिर चंद्रवंशी, नूर हसन, इमरान अंसारी समेत कई अन्य कर्मचारी शामिल रहे।