
नई दिल्ली: बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में आक्रोश उभर आया है। पार्टी प्रमुख मायावती ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अमित शाह के बयान को दलितों और वंचित वर्गों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाने वाला करार दिया।
मायावती ने अपने बयान में कहा, “बीजेपी के अमित शाह ने संसद में बाबा साहेब अंबेडकर के लिए जिन शब्दों का उपयोग किया, वह अस्वीकार्य हैं। इससे दलितों और वंचित वर्गों की भावनाएं आहत हुई हैं। अमित शाह को न केवल उन शब्दों को वापस लेना चाहिए, बल्कि अपने बयान पर माफी भी मांगनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो बसपा 24 दिसंबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी।”
मायावती ने सत्ता और विपक्ष दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पार्टियां केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए बाबा साहेब के प्रति सम्मान दिखाती हैं। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब के अनुयायियों के साथ हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ इन पार्टियों का रवैया एक ही है। संविधान को जगह-जगह लहराना और नीला रंग पहनना महज दिखावे की सस्ती राजनीति है। इन पार्टियों को जातिवाद और संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठकर सच्चे दिल से इन वर्गों के अधिकारों के लिए काम करना होगा।”
बसपा प्रमुख ने स्पष्ट किया कि जब तक अमित शाह माफी नहीं मांगते, तब तक बसपा का संघर्ष जारी रहेगा।