
दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन?
दिल्ली विधानसभा चुनाव की सभी 70 सीटों के नतीजे अब सामने आ रहे हैं और राजधानी की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है, जबकि तीन बार से दिल्ली की सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी (AAP) को बाहर होना पड़ेगा।
क्या है बहुमत का जादुई आंकड़ा?
चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दोपहर 3 बजे तक भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है।
✔️ भाजपा – 47 सीटों पर आगे (बहुमत के लिए 36 सीटें चाहिए)
✔️ आप – 23 सीटों पर बढ़त
यानी, भाजपा अब दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी तरह तैयार है। ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? भाजपा के अंदर कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन पार्टी नेतृत्व अक्सर चौंकाने वाले फैसले लेता रहा है।
दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन? ये नाम हैं रेस में
➡️ विजेंद्र गुप्ता – विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, रोहिणी से प्रत्याशी
➡️ रेखा गुप्ता – शालीमार बाग से प्रत्याशी
➡️ दुष्यंत गौतम – राष्ट्रीय महामंत्री और भाजपा के अनुसूचित जाति के बड़े नेता, करोल बाग से प्रत्याशी
➡️ वीरेंद्र सचदेवा – दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
➡️ प्रवेश वर्मा – पूर्व सांसद और नई दिल्ली से प्रत्याशी
➡️ मनोज तिवारी – सांसद और भाजपा का सबसे बड़ा पूर्वांचली चेहरा
➡️ आशीष सूद – जनकपुरी से प्रत्याशी
भाजपा के लिए दिल्ली में सत्ता में वापसी सिर्फ एक चुनावी जीत नहीं, बल्कि ऐतिहासिक बदलाव है। पार्टी अब डबल इंजन सरकार की बात कर रही है, यानी दिल्ली में भी मोदी सरकार की नीतियां लागू होंगी।
“भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता ने दिया जनादेश”
दिल्ली में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा –
🗣️ “अगर आप जनता के साथ बेईमानी करोगे तो जनता भी वैसा ही परिणाम देगी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनेगी।”
उन्होंने आगे कहा –
“यह चुनाव भाजपा के सुशासन बनाम आप के कुशासन पर केंद्रित था। लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट दिया है। आम आदमी पार्टी के सभी बड़े चेहरे – अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आतिशी – भ्रष्टाचार का चेहरा हैं और आज उन्हें जनता ने जवाब दे दिया है।”
क्या अब दिल्ली में नया राजनीतिक अध्याय शुरू होगा?
भाजपा की इस जीत के बाद दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। आम आदमी पार्टी की सत्ता से विदाई के बाद दिल्ली के विकास का नया मॉडल कैसा होगा, भाजपा किस तरह की नीतियां अपनाएगी, और मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे।
लेकिन इतना तय है कि दिल्ली की राजनीति में यह चुनाव मील का पत्थर साबित होगा!