
गिरिडीह: पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए एक नाबालिग बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई और शव को छिपाने के उद्देश्य से देवघर जिले के चितोलोढिया गांव में झाड़ियों में फेंक दिया गया। इस मामले में गिरिडीह पुलिस ने एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में अनिता देवी और राजकुमार हाजरा शामिल हैं,दोनों देवरी थाना के राणे वाले हैं । पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त ग्लैमर मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
इस संबंध में पुलिस कप्तान डॉ. बिमल कुमार ने मीडिया को बताया कि दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
एसपी ने बताया कि देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम चतरो तुरिया टोला की एक नाबालिग बच्ची के गुम होने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर देवरी थाना में कांड संख्या- 08/2025 दिनांक 31.01.2025 को धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था।
जांच के दौरान 03 फरवरी को देवघर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के चितोलोढिया गाँव में एक बच्ची का लावारिस शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान देवरी थाना क्षेत्र से लापता बच्ची के रूप में की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान ने कांड के त्वरित उद्भेदन के लिए एसडीपीओ खोरोमहूआ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन का जांच शुरू कराई। एसआईटी ने तकनीकी और मानवीय साक्ष्यों के आधार पर गुजरात के सूरत में छापेमारी कर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली।
गिरफ्तार अभियुक्त राजकुमार हाजरा ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि उसने अपने सहयोगी अनिता देवी के साथ मिलकर नाबालिग बच्ची का अपहरण किया और पुरानी रंजिश के चलते उसकी हत्या कर दी। शव को छिपाने के लिए देवघर जिले के चितोलोढिया गाँव में झाड़ियों में फेंक दिया गया।
एसपी ने यह भी बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त राजकुमार हाजरा के खिलाफ देवरी थाना में पहले से ही छह अन्य मामले दर्ज हैं। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इस जघन्य अपराध से पूरे इलाके में आक्रोश व्याप्त है, वहीं पुलिस प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से जनता में कानून-व्यवस्था पर विश्वास कायम हुआ है।