
परवेज़ आलम की रिपोर्ट…….
रांची के आसमान पर सियासी सितारों की जगमगाहट, क्योंकि 28 नवंबर को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह महज एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजनीति का महाकुंभ बनने जा रहा है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनने रांची पहुंचेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह विपक्षी एकता का मंच भी बनेगा, जिसमें कई अन्य बड़े नेता अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
राजनीति के सितारे करेंगे शिरकत
समारोह में माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंता रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के भी शामिल होने की संभावना है।
सभी मेहमान बनेंगे राजकीय अतिथि
शपथ ग्रहण में आने वाले इन नेताओं को राज्य सरकार ने राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है। मंत्रिमंडल समन्वय विभाग ने इसके लिए औपचारिक आदेश जारी कर दिए हैं। सभी अतिथि 28 नवंबर को रांची पहुंचेंगे और उसी दिन कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट जाएंगे।
दिल्ली से रांची तक न्योते की गूंज
हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी शपथ ग्रहण समारोह का न्योता दिया है। हालांकि, उनकी उपस्थिति को लेकर अब तक कोई पुष्टि नहीं हुई है।
‘नई राजनीति’ की झलक का दावा
रांची में होने वाला यह शपथ ग्रहण समारोह सिर्फ सत्ता के हस्तांतरण का मंच नहीं, बल्कि विपक्षी एकता और सियासी रणनीतियों के प्रदर्शन का एक ऐतिहासिक अवसर बन सकता है। क्या झारखंड की धरती से देश की राजनीति को कोई नया संदेश मिलेगा? यह देखना दिलचस्प होगा।