
द न्यूज़ पोस्ट4यू डेस्क
गिरिडीह : स्नातक सेमेस्टर-वन के परीक्षा परिणाम में सुधार की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता पिछले 24 घंटे से अधिक समय से गिरिडीह कॉलेज में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। गुरुवार को हड़ताल के दूसरे दिन स्थिति गंभीर होती दिखी, जब दो कार्यकर्ताओं – नीरज कुमार और अनीश – की तबीयत अचानक बिगड़ गई। मौके पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने दोनों को स्लाइन चढ़ाकर प्राथमिक उपचार दिया।
ABVP कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय (VBU) द्वारा जारी स्नातक सेमेस्टर-वन का परिणाम बेहद लापरवाह तरीके से तैयार किया गया है। आधे से अधिक छात्रों को प्रमोट कर दिया गया है, जिससे मेहनती विद्यार्थियों का हक मारा गया है। छात्र संगठन ने इसे विश्वविद्यालय प्रशासन की गंभीर लापरवाही बताया है।
ABVP के जिला संयोजक उज्ज्वल तिवारी ने कहा, “हमारी मांग स्पष्ट है – परीक्षा परिणाम की पुनः समीक्षा की जाए और छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बंद हो। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती, भूख हड़ताल जारी रहेगा।”
इधर गिरिडीह कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुज कुमार ने स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भूख हड़ताल पर बैठे कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की जा रही है। “कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय से बातचीत शुरू कर दी है और समाधान की दिशा में पहल जारी है। हम छात्रों से अपील करते हैं कि वे अपना स्वास्थ्य खतरे में न डालें।”
कॉलेज परिसर में माहौल तनावपूर्ण लेकिन शांतिपूर्ण बना हुआ है। बड़ी संख्या में छात्र हड़ताल स्थल पर जुटे हुए हैं और प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।